Tagन से नारी

लड़कियाँ कोई मशीन नहीं हैं

स्त्री संसार :: उद्धरण : सिल्विया प्लाथ अनुवाद, चयन एवं प्रस्तुति : प्रिया प्रियदर्शिनी सिल्विया प्लाथ एक अमेरिकी कवि, उपन्यासकार और लघुकथा लेखिका हैं। प्लाथ २० वीं सदी की सबसे आकर्षक लेखिका हैं। वे ‘कनफेशनल पोएट्री’ के आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में सामने आईं और अक्सर एक महत्वपूर्ण स्त्रीवादी लेखिका के रूप में सम्मानित की जाती हैं। ‘द कोलोसस एंड अदर पोएम्स’ और ...

देह कोई वस्तु नहीं है

स्त्री संसार :: उद्धरण : सिमोन द बोउवा अनुवाद, चयन एवं प्रस्तुति : स्मृति चौधरी सिमोन द बोउवा फ्रेंच अस्तित्ववादी दार्शनिक, लेखक, सामाजिक सिद्धान्तकार, और स्त्रीवादी थीं जिन्होंने बीसवीं सदी में स्त्रीवादी आंदोलन को एक नया रूप दिया। उन्होंने आधुनिक स्त्रीवादी आंदोलन की नींव रखी। उनकी किताब ‘द सेकंड सेक्स‘ औरतों को इतिहास में मिले निम्न दर्जे और पितृसत्ता की आलोचना करती है। सिमोन...

समुद्र अपनी नाभी में एक घंटी बांधे हुए है

स्त्री संसार :: कविताएँ : ऐन सेक्सटन अनुवाद, चयन एवं प्रस्तुति : प्रकृति पार्थ अमेरिकी कवयित्री ऐन सेक्सटन का जन्म 9 नवंबर, 1928 में हुआ। वे अमेरिका की प्रसिद्ध कन्फेशनल कवियों में से एक हैं। पूरी उम्र अवसाद से जूझती रही ऐन की कविताओं में उनके निजी जीवन में संघर्ष के वर्णन के साथ साथ एक औरत की बेधड़क पुकार और बिना तोड़े-मोड़े स्वीकारे जाने की इच्छा दिखाई पड़ती है। उनकी कविताएँ स्त्री के विभिन्न...

मुझे नफरत है उन पुरुषों से जो स्त्री की ताक़त से डरते हैं

न से नारी :: उद्धरण : अनाईस नीन अनुवाद एवं प्रस्तुति : सृष्टि अनाईस नीन एक फ्रेंच – क्यूबन – अमेरिकन लेखिका थीं। इन्होंने ज़्यादातर डायरी और जर्नल की विधा में काम किया। नीन साहित्य जगत में अपने प्रेमकाव्य की वजह से भी बहुत जानी जाती हैं। उनकी कृतियों में ‘डेल्टा ऑफ़ वीनस’, द डायरी ऑफ़ अनाईस नीन’, ‘हेनरी एंड जून’ आदि प्रमुख हैं. इनकी मृत्यु कैंसर की वजह से...

उस उदासीन महिला के लिए

न से नारी :: कविता : शार्लट परकिंस गिलमैन अनुवाद, चयन और प्रस्तुति : सृष्टि शार्लट अमेरिका से आती हैं. उन्होंने कई कहानियां लिखी है, पर उनकी सबसे ज्यादा लोकप्रिय कहानी है , “दी येलो वॉलपेपर”.   इस कहानी में उन्होंने एक ऐसी महिला के बारे में ज़िक्र किया है जो मानसिक रूप से बीमार है और जिसका पति इस बात से बिल्कुल ही लापरवाह है.  स्त्रीवाद की दुनिया में शार्लट ने एक नए तरह का काम किया और...

पितृसत्ता का विपरीत मातृसत्ता नहीं बंधुत्व है

न से नारी :: उद्धरण : जर्मेन ग्रियर अनुवाद एवं प्रस्तुति :  प्रकृति पार्थ जर्मेन ग्रियर (जन्म 1939) का जन्म ऑस्ट्रेलिया में हुआ था और अब वे इंग्लैंड में रहती हैं. उनकी पुस्तक ‘द फीमेल यूनक‘ (1970) के प्रकाशन ने उन्हें एक लेखिका के रूप में और महिलाओं की मुक्ति और लैंगिकता पर एक आधिकारिक टिप्पणीकार के रूप में स्थापित किया. किताब के शीर्षक के अनुसार महिलाओं की लैंगिकता में निष्क्रियता...

स्त्रियों को पता होना चाहिए कि वे नियम तोड़ सकती हैं

न से नारी :: उद्धरण : ग्लोरिया स्टाइनम अनुवाद और प्रस्तुति : प्रिया प्रियादर्शिनी ग्लोरिया स्टाइनम एक अमेरिकी स्त्रीवादी पत्रकार और सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता हैं.  1969 में, स्टाइनम ने ‘न्यूयॉर्क मैगजिन’ के अपने एक स्तम्भ में एक लेख प्रकाशित किया, “आफ्टर ब्लैक पॉवर, विमेन लिबरेशन”, इससे उन्हें एक स्त्रीवादी चिंतक के रूप में राष्ट्रीय प्रसिद्धि मिली.  वे “Ms.  Magazine” की सह–संस्थापक भी...

स्त्री पुरुष से अलग है

न से नारी :: उद्धरण : जूलिया क्रिस्तेवा अनुवाद एवं प्रस्तुति : सृष्टि जूलिया क्रिस्तेवा प्रसिद्ध दार्शनिक, विचारक, आलोचक और मनोविश्लेषक हैं. हाल के दिनों में उन्होंने एक उपन्यास भी लिखा है. उन्होंने बार्थ जैसे बड़े भाषा विज्ञानी-चिंतकों के साथ काम किया है और उनके विचार फूको, लकां आदि चिंतकों के विचार पर आधारित हैं.  उनकी ख्याति स्त्रीवादी के रूप में भी है और वे बूवुआ, सिक्षु और इरिग्रे के साथ...

अनुपलब्ध चीजें आकर्षक क्यों लगती हैं तुम्हें?

न से नारी :: कविता : वारसन शायर चयन, अनुवाद और प्रस्तुति : प्रकृति पार्थ लंदन में रहने वाली कवि, लेखक, संपादक, शिक्षक और कार्यकर्ता वारसन शायर का जन्म केन्या के नैरोबी में हुआ था. उनके टीचिंग माई मदर हाउ टू गिव बर्थ , हर ब्लू बॉडी  और आवर मेन डू नॉट बिलॉन्ग टू अस  नाम से संग्रह प्रकाशित हैं.  वारसन की गंभीर कविताएँ युद्धग्रस्त क्षेत्रों के अप्रवासियों और शरणार्थियों के दर्दनाक अनुभव के बारे में...

मैं एक स्त्री हूं जो खुद को जन्म दे रही है

न से नारी :: उद्धरण : एड्रिएन रिच अनुवाद और प्रस्तुति : प्रिया प्रियादर्शिनी एड्रिएन रिच अमेरिकी कवियत्री, निबन्धकार और नारीवादी थीं। उनकी कविताओं और लेखों में महिलाओं और समलैंगिकों के उत्पीड़न के खिलाफ प्रतिरोध दर्ज किया है. उनका सबसे प्रसिद्ध कविता-संग्रह “स्नैपशॉट ऑफ अ डॉटर-इन-लॉ” एक मां और बहू के रूप में जेंडर के प्रभाव का एक गहन विष्लेषण प्रस्तुत करता है. नारीवाद पर रिच के विचार उनके कार्यों...