Tagprabhatranjan

सच्चाई यही है कि हमाम में सभी नंगे हैं

लेख:: सोने की चिड़िया : प्रभात रंजन प्रणीत हमारे देश को कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था, क्या सच में ऐसा था? क्या सच में कभी यह देश इतना विकसित और समृद्ध था कि पूरी दुनिया हम पर रश्क करती थी? इतिहासकार यदि ऐसा मानते हैं तो ऐसा होगा ही. मैं इतिहासकारों के ज्ञान पर संदेह नहीं कर रहा पर आज इस देश की स्थिति को देखकर सहसा किसी को भी इस पर विश्वास करने में एकबारगी दिक्कत तो होगी ही. सोने की चिड़िया...

प्रगति पथ

लेख: प्रभात रंजन प्रणीत  आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई। कल रात टीवी ऑन कर सोफे पर बैठते हुए आदतन न्यूज देखने के लिये चैनल बदलने लगा, एक के बाद एक कर सारे हिंदी चैनल का भ्रमण कर लिया पर कहीं कोई ब्रेकिंग न्यूज नहीं मिला। मैं कभी आश्चर्यचकित होकर टीवी को निहारता तो कभी आशंकित होकर रिमोट को, हो न हो रिमोट में ही कुछ गड़बड़ हो जो न्यूज चैनल तो दिखा रहा है पर उसमें ब्रेकिंग न्यूज नहीं आ रहा...