
साक्षात्कार :: कृष्ण कल्पित हिंदी के जाने-माने कवि हैं। हाल ही के दिनों में उनका एक कविता-संग्रह “रेख़्ते के बीज” राजकमल प्रकाशन से आया है। इंद्रधनुष के प्रधान सम्पादक अंचित ने कृष्ण कल्पित के साथ ये छोटी सी बातचीत की है। १. ‘बाज़दफ़ा पॉलिटिकली इनकरेक्ट‘ – इसी से शुरू करते हैं। यह किसी काउंसियस थॉट प्रॉसेस के तहत होता है या किसी का रिजेक्शन? पोलिटिकली करेक्ट। यह मार्क्सवादी...