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इंद्रधनुष
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कविता कथेतर नए पत्ते अनुवाद English Literature विश्व कविता

आखिर कल्पों बाद कौन सिखाता है चुम्बन की विधा

मार्च 22, 2019

कविताएँ :: ज्योति शोभा निर्गुण का राग अत्यधिक दूरी है कलकत्ते से उसके शहर की इसलिए वह…

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इंद्रधनुष

सामान्य एक आदमी को असामान्य बनाकर मार डालना हमारी उपलब्धि है

मार्च 17, 2019

समीक्षा : : प्रभात मिलिंद संदर्भ : अनिल अनलहातु का सद्य प्रकाशित कविता संग्रह ‘बाबरी मस्जिद तथा …

कथेतर
इंद्रधनुष

सितारों की गिनती करना असम्भव कार्य नहीं है

मार्च 11, 2019

प्रतिसंसार :: आदित्य शुक्ल मूलभूत प्रस्ताव: हम सबके पास सत्य है इसीलिए किसी के पास सत्य नहीं…

कथेतर
इंद्रधनुष

Introducing Chetna Pareek to fashion students : Celebrating Poetry and womanhood!

मार्च 9, 2019

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English Literature
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जाग जाता हूँ कि स्वप्न विशिष्ट है

मार्च 5, 2019

डायरी :: अज्ञेय स्वप्न : नदी में नाव में चला जा रहा हूँ. और भी यात्री हैं,…

कथेतर
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कविता-भित्ति

मरा हूँ हज़ार मरण

अगस्त 20, 2023

सब जीवन बीता जाता है

अगस्त 13, 2023

आशाओं से भरे हृदय भी छिन्न हुए हैं

जुलाई 2, 2023

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इंद्रधनुष

इंद्रधनुष

साहित्य के सब रंग

समाज में तेज़ी से विविधताओं और प्रतिरोध की विभिन्न संस्कृतियों पर हमले बढ़े हैं और साहित्य समेत सभी कलाओं पर राजसत्ता का प्रभाव क़ाबिज़ होता जा रहा है। जो स्वीकृति का तिरस्कार करता है उसे मिटा दिया जाता है। ऐसे में सच को सच की तरह कहना, संस्कृतियों के भीतर मौजूद अंतर्विरोधों को व्यापक रूप से समझना-देखना और शोषक तंत्रों की कारगुज़ारियों को साहित्यिक अन्वेषणों से उजागर करना और इन तंत्रों की मनमानियों की आलोचना ही इंद्रधनुष का उद्देश्य है। दर्ज करना और याद रखना।


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