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इंद्रधनुष
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कविता कथेतर नए पत्ते अनुवाद English Literature विश्व कविता

My address has changed times : Himanshu Ranjan

जनवरी 29, 2019

Poems :: Himanshu Ranjan An Itch On The Acnestis Drowned in the dead sea of memories, half…

कविता
इंद्रधनुष

दुःख एक पैसेंजर ट्रेन की तरह है

जनवरी 29, 2019

कविताएँ :: रोहित ठाकुर 1). एकांत में उदास औरत एक उदास औरत चाहती है पानी का पर्दा…

कविता
इंद्रधनुष

पाँचवा ख़त : तुम जा रही हो, तुम चली जा रही हो

जनवरी 27, 2019

प्रतिसंसार:: पत्र : आदित्य शुक्ल [प्रियम्] प्रियम्बदा, खतों का ज़माना तो कब का गुजर चुका है. ये ख़त…

कथेतर
इंद्रधनुष

पाँच पत्र : हरिमोहन झा

जनवरी 26, 2019

मैथिली कथा :: पाँच पत्र : हरिमोहन झा (१) दड़िभंगा १-१-१९ प्रियतमे अहाँक लिखल चारि पाँती चारि…

कहानीलोक भाषा
इंद्रधनुष

हर अपराध संविधान में सूचीबद्ध नहीं हो सकता

जनवरी 16, 2019

समीक्षा:: प्रभात मिलिंद ‘आँखें सूजी/चेहरा पानी था/वज़ूद था कि एक ज़र्बज़दा बूँद/मैंने रोने की तमाम वज़हें दी …

कथेतर
इंद्रधनुष

चौथी चिट्ठी : अपमान का भी एहसास होता है

जनवरी 14, 2019

प्रतिसंसार:: पत्र : आदित्य शुक्ल [प्रियम्बदा.] ____________ सितम्बर का महीना. एक भारी बारिश का दिन. मेरे स्कूल…

कथेतर
इंद्रधनुष

There is a desert in search of an identity

जनवरी 10, 2019

POEM:: SHRISTI THAKUR HOME 1. They fake their eyes and leave the premises, And I search for…

नए पत्ते
इंद्रधनुष

तीसरी चिट्ठी : विदाई की भी एक रस्म होती है

जनवरी 7, 2019

प्रतिसंसार:: पत्र : आदित्य शुक्ल [प्रिय प्रियंबदा.] ____________________ विदाई की भी तो एक रस्म होती है. हमारे…

कथेतर
इंद्रधनुष
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कविता-भित्ति

मरा हूँ हज़ार मरण

अगस्त 20, 2023

सब जीवन बीता जाता है

अगस्त 13, 2023

आशाओं से भरे हृदय भी छिन्न हुए हैं

जुलाई 2, 2023

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इंद्रधनुष

इंद्रधनुष

साहित्य के सब रंग

समाज में तेज़ी से विविधताओं और प्रतिरोध की विभिन्न संस्कृतियों पर हमले बढ़े हैं और साहित्य समेत सभी कलाओं पर राजसत्ता का प्रभाव क़ाबिज़ होता जा रहा है। जो स्वीकृति का तिरस्कार करता है उसे मिटा दिया जाता है। ऐसे में सच को सच की तरह कहना, संस्कृतियों के भीतर मौजूद अंतर्विरोधों को व्यापक रूप से समझना-देखना और शोषक तंत्रों की कारगुज़ारियों को साहित्यिक अन्वेषणों से उजागर करना और इन तंत्रों की मनमानियों की आलोचना ही इंद्रधनुष का उद्देश्य है। दर्ज करना और याद रखना।


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