CategoryWorld Poetry

वायलिनें : महमूद दरवेश

कविता :: वायलिनें : महमूद दरवेश अनुवाद : अंचित महमूद दरवेश किसी परिचय के मोहताज नहीं है. हिंदी में उनकी कई कविताएँ पहले ही अनूदित हैं. एड्वर्ड सईद पर लिखी उनकी लम्बी कविता जलसा में छपी थी. समय समय पर अन्य अनुवादक भी उनकी कविताओं का अनुवाद करते रहे हैं. फ़िलिस्तीनी कविताओं पर काम करते हुए, रामकृष्ण पांडेय ने भी उनकी कई कविताओं का अनुवाद किया था. इस कविता का अनुवाद आगा शाहिद अली के अंग्रेज़ी अनुवाद...

क्रांति उपजती है शोक के घावों से

कविताएँ :: निज़ार क़ब्बानी अनुवाद एवं प्रस्तुति : श्रीविलास सिंह निज़ार तौफीक कब्बानी का जन्म 21 मार्च 1923 को दमिश्क, सीरिया में हुआ था। वे सीरिया के नागरिक थे। वे अरब दुनिया के बीसवीं सदी के सर्वाधिक सम्मानित कवियों में से एक हैं। उनकी कविताएं स्त्री केंद्रित हैं और उनमें प्रेम की अभिव्यक्ति के साथ ही स्त्रियों की स्वतंत्रता का भाव प्रमुख होता है। उन्हें मूलतः प्रेम और अरब राष्ट्रवाद का कवि माना...

सूचना

कविता :: सूचना : डेविड इग्नातोव अनुवाद, स्वर एवं प्रस्तुति : यादवेन्द्र निजी अनुभूतियों की तुलना में सामूहिक खुशियों, क्रोध और हताशाओं को स्वर देने वाले कवि डेविड इग्नातोव (अमेरिका,1914-1997) रूस से विस्थापित माता पिता की संतान थे और जीविका के लिए बुक बाइंडर, अखबार विक्रेता, सब्जी बाजार और अस्पताल के क्लर्क का श्रमसाध्य काम करते हुए साहित्य के प्रोफेसर और पोएट्री सोसायटी ऑफ अमेरिका के अध्यक्ष तक...

माथे पर एक चुम्बन

कविता :: मरीना स्वेताएवा अनुवाद : अंचित माथे पर एक चुम्बन – दर्द मिटा देता है। मैं तुम्हारा माथा चूमती हूँ । आँखों पर एक चुम्बन – अनिद्रा भगाता है। मैं तुम्हारी आँखें चूमती हूँ। होंठों पर एक चुम्बन – पानी की एक घूँट। मैं चूमती हूँ तुम्हारे होंठ। माथे पर एक चुम्बन- मिटाता है याद। (1917) ••• मरीना स्वेताएवा प्रसिद्ध रूसी कवि हैं । उन्होनें एक दुखद जीवन जिया और अंत में आत्महत्या...

इस सदी के मध्य में : येहुदा आमिखाई

कविता :: येहुदा आमिखाई अनुवाद एवं प्रस्तुति : अंचित येहुदा आमिखाई  (3 मई 1924 – 22 सितम्बर 2000) ईसरायली कवि हैं. उन्होंने हिब्रू में कविताएँ लिखी हैं और सभी बड़ी विश्व भाषाओं में अनूदित हैं. वे मानते रहे कि तमाम कविताएँ राजनीतिक होती हैं, और ज़ाहिर है उनकी कविताएँ दुनिया और दुनिया के लोगों की बात करती हैं. यह कविता, अंत के बारे में, और अनंत यात्राओं के बारे में, वतन के बारे में भी है और...

Democracy

D

POETRY :: DEMOCRACY : D. H. LAWRENCE RECITATION : SMRITI CHOUDHARY I am a democrat in so far as I love the free sun in men and an aristocrat in so far as I detest narrow-gutted, possessive persons. I love the sun in any man when I see it between his brows clear, and fearless, even if tiny. But when I see these grey successful men so hideous and corpse-like, utterly sunless, like gross successful...

तुम्हारे बदन को आती है सभी भाषाएँ

कविताएँ :: निज़ार क़ब्बानी अनुवाद और प्रस्तुति : विष्णु पाठक निज़ार क़ब्बानी का जन्म सीरिया की राजधानी डमस्कस में मिश्रित तुर्की और अरब मूल के एक मध्यम वर्ग के व्यापारी परिवार में हुआ था। जब क़ब्बानी 15 वर्ष के थे, उस समय उनकी बहन, जो उस समय 25 वर्ष की थी, ने आत्महत्या कर ली क्योंकि उसने किसी ऐसे व्यक्ति से शादी करने से इंकार कर दिया जिसे उसने प्यार नहीं किया था। अपनी बहन के अंतिम संस्कार के दौरान...

राख-वृष्टि के पार

कविता : आगा शाहिद अली अनुवाद : अपर्णा अनेकवर्णा आगा शाहिद अली (4 फ़रवरी 1949 – 8 दिसंबर 2001) चर्चित कश्मीरी शायर और कवि हैं. इन्हें अंग्रेजी ग़ज़ल की परंपरा को समृद्ध और स्थापित करने के लिए जाना जाता है. इनकी रचनाएँ पाठक के स्मृति-पटल पर गहरी छाप छोड़कर अपने कहन को देर तक मन में अंकित करती हैं. उनकी रचनाएँ बिछोह, समर्पण, स्मृति, इतिहास और प्रेम की छवियों से परिपूर्ण हैं. यहाँ चर्चित कवियित्री अपर्णा...

सितारों में देखो मुझे

रोबर्ट फ्रॉस्ट की कविताएँ :: अनुवाद और प्रस्तुति : उत्कर्ष रोबर्ट फ्रॉस्ट (मार्च २६, १८७४ – जनवरी २९, १९६३) अमेरिका के जाने-माने  कवियों में गिने जाते हैं. उन्हें ग्राम्य-जीवन को अपनी कविताओं में बखूबी चित्रित करने और सामाजिक विषयों की पड़ताल करने के लिए जाना जाता है. उन्हें कविताओं के लिए चार बार प्रतिष्ठित ‘पुलित्ज़र पुरस्कार’ से नवाजा गया. प्रस्तुत अनुवादों में उनकी कविताओं में...

तब तक लिखो जब तक सब ख़त्म ना हो जाए

डग्लस डन की कविता :: अनुवाद : अंचित डग्लस डन स्कॉटलैंड के प्रसिद्ध और बड़े कवियों में से हैं. उनके दस कविता संग्रह और रेसीन के अनुवाद ‘ऐंड्रामकी’ की ख़ूब चर्चा होती है. 1984 में उनकी पत्नी की कैन्सर से मृत्यु के बाद, 1985 में आए उनके कविता संग्रह “एलेजीज़” ने अपनी उदास और सुंदर प्रेम कविताओं से दुनिया भर में उन्हें चर्चा दिलाई. प्रस्तुत कविता भी उसी संग्रह से ली गयी है. दिसम्बर  “नहीं, अपनी...