उद्धरण ::
लियो टॉलस्टॉय
अनुवाद एवं प्रस्तुति : उत्कर्ष

लियो टॉलस्टॉय [१८२८-१९१०] रूस के महानतम लेखक माने जाते हैं और विश्व के महानतम विचारकों और लेखकों में से एक, टॉलस्टॉय को उनके महत्तम उपन्यासों जैसे ‘वॉर एन्ड पीस’, ‘अन्ना कैरेनिना’, ‘द डेथ ऑफ इवान इलीच’, ‘रीसरेक्शन’ आदि के लिए आज भी याद किया जाता है। मुख्यतः ‘वॉर एन्ड पीस’ और ‘अन्ना कैरेनिना’ में उन्होंने जो कालजयी किरदार गढ़े, उनकी यादगोई हमेशा के लिए पाठकों की जमापूँजी बनकर उनके साथ रहती है। इन दो उपन्यासों के इंटरनेट पर उपलब्ध कुछ वाक्य-विचार हम यहाँ इनके अंग्रेजी अनुवाद से भावानुवाद कर इस आशा में प्रस्तुत कर रहे हैं कि इसे पढ़कर पाठक टॉलस्टॉय के प्रभावशाली रचना-संसार में बड़ी उत्सुकता से कदम रख सकेंगे।

 

◆ वॉर एन्ड पीस :

जहाँ सहजता, अच्छाई और सत्य नहीं, वहाँ कोई महानता नहीं।

यह सारी दुनिया मेरे लिए दो हिस्सों में विभाजित है : एक में वह है, और वहाँ है सारी खुशियाँ, आस और रौशनी; और दूसरी, जहाँ वह नहीं है, और वहाँ है निराशा और अँधेरा।

हम तबतक नींद में होते हैं, जबतक हम प्यार में नहीं पड़ते।

वह सबकुछ जिसे मैं जानता हूँ, बस प्रेम की वजह से जानता हूँ।

मनुष्य कुछ भी प्राप्त नहीं कर सकता, जबतक वह मृत्यु से डरता है। लेकिन जिसे इसका भय नहीं है, उसे सबकुछ प्राप्त है। अगर संघर्ष नहीं होता, तो मनुष्य को अपनी सीमाओं का पता नहीं चल पाता, वह स्वयं को नहीं जान पाता।

एक आदमी जिसे हज़ार मील की यात्रा तय करनी है, उसे गन्तव्य को भूल जाना होगा और प्रतिदिन खुद से कहना होगा, “आज मुझे पच्चीस मील की दूरी तय करनी है और थमकर फिर नींद लेनी है।”

राजा इतिहास के ग़ुलाम होते हैं।

कुल मिलाकर हम यही जान सकते हैं कि हम कुछ नहीं जानते। और यही इंसान की बुद्धि की पराकाष्ठा है।

समय पर उसके लिए वह सबकुछ संभव हो जाता है, जो इंतजार करना जानता है…इन दोनों से बढ़कर शक्तिशाली और कुछ भी नहीं : धैर्य और समय, ये सबकुछ कर देते हैं।

◆ अन्ना कैरेनिना :

क्या यह सचमुच मुमकिन है बता पाना कि कोई कैसा महसूस करता है?

प्यार। वह कारण जिसकी वजह से मुझे यह शब्द नापसंद है, वह है कि इसका मतलब मेरे लिए बहुत ही ज्यादा है, तुम जितना समझते हो उससे कहीं ज्यादा।

जीवन की सारी विविधता, सारी सुंदरता, सारे आकर्षण रौशनी और परछाईं से बने हैंं।

यह कहीं बेहतर है कि किसी का कुछ भला इस तरह किया जाए कि इसके बारे में कोई जाने नहीं।

उन्हें इसका थोड़ा भी इल्म नहीं कि ख़ुशी क्या है, वे नहीं जानते कि इस प्यार के बिना, हमारे लिए कोई ख़ुशी या उदासी नहीं, बल्कि वह जीवन ही नहीं।

वह सबकुछ जो बुद्धिमतापूर्ण है, बहुत बोरियत भरा है।

सभी खुशहाल परिवार एक जैसे होते हैं। हर उदास परिवार अपनी-अपनी तरह उदास होता है।

ख़ुशी सत्य को पाने में नहीं है, बल्कि इसकी तलाश में है।

यहाँ पर उतनी तरह का प्रेम है, जितनी तरह के दिल।

मैंने तुम्हें हमेशा प्यार किया है, और जब तुम किसी से प्यार करते हो, तुम उसकी सम्पूर्णता से करते हो, जैसा वह है, नाकि वैसा जैसा तुम चाहते हो कि वह हो।

•••

उत्कर्ष कवि-अनुवादक हैं। उनसे yatharthutkarsh@gmail.com पर सम्पर्क किया जा सकता है।

Categorized in: