रोबर्ट फ्रॉस्ट की कविताएँ ::
अनुवाद और प्रस्तुति : उत्कर्ष
रोबर्ट फ्रॉस्ट (मार्च २६, १८७४ – जनवरी २९, १९६३) अमेरिका के जाने-माने कवियों में गिने जाते हैं. उन्हें ग्राम्य-जीवन को अपनी कविताओं में बखूबी चित्रित करने और सामाजिक विषयों की पड़ताल करने के लिए जाना जाता है. उन्हें कविताओं के लिए चार बार प्रतिष्ठित ‘पुलित्ज़र पुरस्कार’ से नवाजा गया. प्रस्तुत अनुवादों में उनकी कविताओं में प्रस्तुत भावों को बस उतारने और भाषा में रूपांतरित करने की कोशिश भर की गई है.
एक सवाल
एक आवाज ने कहा, सितारों में देखो मुझे
और मुझे सच बताओ, धरती के लोगों
कि क्या शरीर और आत्मा के सभी दाग़
जन्म की कीमत चुकाने के लिए काफी नहीं थे.
बर्फ़ और आग
कुछ लोग कहते हैं
दुनिया का अंत आग से होगा
कुछ कहते हैं
बर्फ़ से
और अपने अब तक के लालसा के अनुभव से
मैं उन के साथ रहूँगा – जो आग के पक्ष में हैं.
पर अगर दुनिया को दो बार नष्ट होना हुआ
और मैंने नफ़रत को जितना जाना है
मुझे लगता है
नष्ट करने के लिए
बर्फ़ भी बहुत है और पर्याप्त भी.
***