• मुख्यपृष्ठ
  • संपादकीय
  • विधाएँ
    • कविता
    • कहानी
    • कथेतर
    • अनुवाद
    • उद्धरण
    • नए पत्ते
    • लोक भाषा
    • कविता-भित्ति
    • स्त्री-संसार
    • English Literature
  • परिचय
  • रचनाएँ भेजें
  • संपर्क
इंद्रधनुष
  • मुख्यपृष्ठ
  • संपादकीय
  • विधाएँ
    • कविता
    • कहानी
    • कथेतर
    • अनुवाद
    • उद्धरण
    • नए पत्ते
    • लोक भाषा
    • कविता-भित्ति
    • स्त्री-संसार
    • English Literature
  • परिचय
  • रचनाएँ भेजें
  • संपर्क

Press ESC to close

Or check our Popular Categories...
कविता कथेतर नए पत्ते अनुवाद English Literature विश्व कविता

कविता

119   Articles

119

कथेतर

67   Articles

67

नए पत्ते

37   Articles

37

अनुवाद

37   Articles

37

English Literature

32   Articles

32

उद्धरण

25   Articles

25

कहानी

21   Articles

21

कविता-भित्ति

13   Articles

13

स्त्री-संसार

12   Articles

12

संपादकीय

9   Articles

9

लोक भाषा

7   Articles

7

मेरा सच तुम्हारे सच से भिन्न‌ है पार्टनर

अप्रैल 29, 2025
अप्रैल 29, 2025

कविताएँ::
केतन यादव

कविता
इंद्रधनुष
Continue Reading

एक पहाड़ मेरे भीतर बुला रहा है मुझे

अप्रैल 4, 2025
अप्रैल 4, 2025

नए पत्ते ::
कविताएँ : अनिल

कवितानए पत्ते
इंद्रधनुष
Continue Reading

तुम्हारा न होना तुम्हारे बहुत ज्यादा होने को सहना है

अप्रैल 1, 2025
अप्रैल 1, 2025

नए पत्ते ::
जतिन कुमार की कविताएँ :

कवितानए पत्ते
इंद्रधनुष
Continue Reading

इतिहास और डाइलेक्टिक

मार्च 30, 2025
मार्च 30, 2025

पछिया हवा ::
आलेख : उपांशु

कथेतर
इंद्रधनुष
Continue Reading

उसके घर रास्ते बीच मदार के फूल आते हैं 

मार्च 19, 2025
मार्च 19, 2025

कविताएँ ::
आमिर हमज़ा

कविता
इंद्रधनुष
Continue Reading
Previous Page 5 of 77 Next

विश्व कविता

बेसहारा इस नवीन युग के खोखलेपन में

नवम्बर 8, 2025

पहाड़ी झील बिना रुके धुआँ उड़ाती है

नवम्बर 2, 2025

मैं सरल चीज़ों के पीछे छिपता हूँ

अगस्त 29, 2025

कवि का उचित अनुसरण करें

जनवरी 1, 2025

हम सपनों के अंत तक पहुँच रहे हैं

अगस्त 14, 2024

कुंजियाँ

ग़ज़लनए पत्तेकथेतरसाक्षात्कारगद्यडायरीकहानीभोजपुरीमैथिलीफ़िल्म-समीक्षापढ़तसंपादकीयकविता-भित्तिअंग्रेजी-साहित्यपुस्तक-समीक्षास्त्री-संसारकहानीउद्धरणविश्व कवितानए-पत्तेअनुवादलेखकविता

यूट्यूब पर

राजेश कमल सुचर्चित कवि हैं। 'अस्वीकार से बनी काया' शीर्षक से उनका एक काव्य-संग्रह प्रकाशित-प्रशंसित है। इंद्रधनुष की इस प्रस्तुति में यहाँ उनकी तीन कविताएँ (१. जयंती २. मेरा नायक ३. ईश्वर) कवि के स्वर में प्रस्तुत है।
राजेश कमल की कविताएँ | Rajesh Kamal
Load More... Subscribe

सब्सक्राइब करें

हमारे नए पोस्ट पाने के लिए अपना ई-मेल यहाँ लिखें :

कविता-भित्ति

मरा हूँ हज़ार मरण

अगस्त 20, 2023

सब जीवन बीता जाता है

अगस्त 13, 2023

आशाओं से भरे हृदय भी छिन्न हुए हैं

जुलाई 2, 2023

यहाँ जुड़ें

Twitter Follow me!

Facebook Follow me!

Instagram Our photos!

Telegram Follow me!

इंद्रधनुष

इंद्रधनुष

साहित्य के सब रंग

समाज में तेज़ी से विविधताओं और प्रतिरोध की विभिन्न संस्कृतियों पर हमले बढ़े हैं और साहित्य समेत सभी कलाओं पर राजसत्ता का प्रभाव क़ाबिज़ होता जा रहा है। जो स्वीकृति का तिरस्कार करता है उसे मिटा दिया जाता है। ऐसे में सच को सच की तरह कहना, संस्कृतियों के भीतर मौजूद अंतर्विरोधों को व्यापक रूप से समझना-देखना और शोषक तंत्रों की कारगुज़ारियों को साहित्यिक अन्वेषणों से उजागर करना और इन तंत्रों की मनमानियों की आलोचना ही इंद्रधनुष का उद्देश्य है। दर्ज करना और याद रखना।


Powered by Zwantum